Pulister

Travel tips: ‘शाही शहर’ फतेहपुर सीकरी से जुड़ी ये रोचक बातें, शायद ही जानते होंगे आप

 Travel tips in Hindi: हम आपको फतेहपुर सीकरी से जुड़ी कुछ और रोचक बातों के बारे में बताने जा रहे हैं. आप शायद ही इन बातों के बारे में जानते होंगे और यकीन मानिए इस जगह पर घूमने का अलग ही मजा है

Travel tips: 'शाही शहर' फतेहपुर सीकरी से जुड़ी ये रोचक बातें, शायद ही जानते होंगे आप
फतेहपुर सीकरी से जुड़ी रोचक बातें

भारत के सबसे बड़े राज्यों में से एक उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh tourism ) अपनी बेहतरीन संस्कृति के अलावा घूमने की जगहों के लिए फेमस है. बाकी राज्यों की तरह यहां भी कई ऐसी ऐतिहासिक ( Historical monuments of UP ) इमारतें हैं, जिन्हें देखने के लिए देश ही क्या विदेशी नागरिक भी पहुंचते हैं. इन ऐतिहासिक इमारतों से एक फतेहपुर सीकरी ( Fatehpur Sikri facts ) भी है. इसे मुगल सम्राट अकबर ने बनवाया था और यहां मौजूद ऐतिहासिक इमारतों पर की गई वास्तुकला यहां आने वाले यात्रियों का मन मोह लेती हैं. दरअसल, फतेहपुर सीकरी एक छोटा शहर है जो, ताजमहल के लिए मशहूर शहर आगरा से करीब 40 किलोमीटर दूर स्थित है.

हम आपको फतेहपुर सीकरी से जुड़ी कुछ और रोचक बातों के बारे में बताने जा रहे हैं. आप शायद ही इन बातों के बारे में जानते होंगे और यकीन मानिए इस जगह पर घूमने का अलग ही मजा है.

जीत का शहर

जैसा की नाम से ही जाहिर होता है कि ये शहर किसी तरह की जीत को दर्शाता है. दरअसल, फतेह का मतलब जीत होता है और इसी कारण इस जगह का नाम फतेहपुर सीकरी रखा गया था. कहते हैं कि इसका नाम रखने में अकबर और उनके बेटे जहांगीर की अहम भूमिका रही थी. कहा जाता है कि जीत के चलते अक्बर ने इस जगह का नाम फतेहाबाद रखा, लेकिन बाद में इसे फतेहपुर सीकरी के नाम से पुकारा जाने लगा.

यूनेस्को की लिस्ट में शामिल

फतेहपुर सीकरी की बढ़ती हुई लोकप्रियता और ऐतिहासिक महत्व होने के चलते यूनेस्को ने 1986 में इस जगह को अपने विश्व धरोहरों की लिस्ट में शामिल किया. मुगल सम्राट द्वारा तैयार किए गए इस शहर में कई मंदिर भी मौजूद हैं. यहां घूमने के लिए आप परिवार के साथ भी प्लान बना सकते हैं.

कई ऐतिहासिक इमारतें

वैसे तो फतेहपुर सीकरी को बुलंद दरवाजे की वजह से बड़ी पहचान मिली हुई है, लेकिन यहां कई अन्य ऐतिहासिक इमारतें भी मौजूद हैं. इनमें दीवान-ए-खास, दीवान-ए-आम, ख्वाब महल, पंचमहल और हिरन मीनार इमारत के नाम शामिल है. कहते हैं कि यहां मौजूद बुलंद दरवाजे का निर्माण साल 1581 में पूरा हुआ था और तब से ये ऐतिहासिक इमारत इस जगह की शान बनी हुई है.

मक्का मस्जिद की नकल

ऐतिहासिक तत्थों के मुताबिक फतेहपुर सीकरी 1571 से 1585 तक मुगलों की राजधानी रही. कहा जाता है कि यहां मौजूद मस्जिद मक्का में बनी हुई मस्जिद की नकल है. इसके नमूने हिंदू और पारसी वास्तुशिल्प से लिए गए हैं.                                                                                                              Tourist Places : भारत की ऐसी जगहें जो रात में और भी खूबसूरत नजर आती हैं

Post a Comment

0 Comments